पिपराइच चीनी मिल ने बिजली उत्पादन कर कमाए 4.13 करोड़ रुपये

पिपराइच चीनी मिल ने बिजली उत्पादन कर कमाए 4.13 करोड़ रुपये


उत्तर प्रदेश राज्य चीनी निगम लिमिटेड की नवनिर्मित पिपराइच चीनी मिल ने सिर्फ डेढ़ माह में बिजली उत्पादन से 4.13 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय अर्जित की है। मिल ने इसी पेराई सत्र में स्थापित को-जनरेशन प्लांट से 9179 मेगावाट यानी 91.97 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन किया है। यह बिजली ग्रीड के जरिए बिजली पॉवर कॉरपोरेशन को बिक्री की जा रही है।


पिपराइच चीनी मिल के प्रथम पेराई सत्र की शुरुआत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 17 नवंबर को किया था। मिल के पेराई सत्र का संचालन 28 नवंबर से शुरू हुआ। पिपराइच चीनी मिल के अपने पेराई सत्र के शुरू होने के सिर्फ डेढ़ माह में मिल ने अब तक 15 लाख कुंतल से अधिक गन्ना पेरा है। इस अवधि में 1.22 लाख कुंटल से अधिक चीनी का उत्पादन किया है। इसके अलावा 75 हजार कुंतल से अधिक शीरा का उत्पादन हुआ है। मौजूदा पेराई सत्र 2019-20 में पिपराइच चीनी मिल में तकरीबन 70 लाख कुंतल गन्ना की पेराई संभावित है। इससे 7.24 लाख कुंतल चीनी के उत्पादन की संभावना है।


अगले सप्ताह से शुरु होगा गन्ना मूल्य भुगतान : पिपराइच चीनी मिल के जीएम जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि किसानों को किसी तरह की दिक्कत न आए, इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है। अब तक 36 करोड़ रुपये का गन्ना किसानों से खरीदा गया है। भुगतान के लिए शासन से धनराशि जारी हो गई है। सोमवार तक 12 करोड़ रुपये खाते में आ जाएंगे। उसके बाद भुगतान की प्रक्रिया शुरू करा दी जाएगी।


32 करोड़ से अधिक की बिजली बनाएगी चीनी मिल


चीनी मिल में 27 मेगावाट का को जनरेशन प्लांट भी स्थापित है। इस प्लांट द्वारा अब तक 9179 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया है। इसे यूनिट में तब्दील करें तो 91.79 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन किया गया। इस बिजली से चीनी मिल को 4.13 करोड़ रुपये की आय हुई है। इससे किसानों को गन्ना किसानों को मुल्य भुगतान में सहूलियत होगी। मिल को जनरेशन प्लांट से इस सत्र में बिजली उत्पादन से 32 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय की संभावना है।


वर्जन


पिपराइच चीनी मिल के संचालन से किसानों को लाभ हुआ है। दूसरी ओर क्षेत्र के बेरोजगार युवकों को भी प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिला है। यह क्षेत्र के विकास में सार्थकता साबित करेगी। इस बार ज्यादा से ज्यादा किसानों को गन्ना उगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। जल्द ही किसानों के गन्ना मूल्य भुगतान की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी।