जिला अस्पताल तक फैला है कृष्णा अस्पताल का नेटवर्क
तारामंडल स्थित कृष्णा अस्पताल का नेटवर्क जिला अस्पताल तक फैला है। अस्पताल से रेफर होने वाले कई मरीज कृष्णा अस्पताल पहुंच जा रहे हैं। ऐसे मरीजों से अस्पताल प्रशासन मोटी रकम वसूल रहा है। ताजा मामला बेतियाहाता स्थित 10 साल के नवनीत उर्फ नीरज का है। मामूली चोट लगने पर तीन दिन कृष्णा अस्पताल में भर्ती रहे नवनीत के तीमारदारों को अस्पताल प्रबंधन ने 39 हजार का बिल थमा दिया।
बीते 15 जनवरी को बाइक से गिरकर नवनीत घायल हो गया। इसके बाद कालोनी के लोग उसे लेकर जिला अस्पताल ही पहुंचे थे। यहीं से वह दलालों के झांसे में आ गया। दलालों ने कुछ ही देर में बेहतर इलाज का भरोसा दिलाकर तीमारदारों को निजी अस्पताल मरीज को ले जाने के लिए राजी कर लिया।
प्लास्टिक सर्जरी के नाम पर भर्ती करते हैं मरीज
अस्पताल में नवनीत का मामला पहला नहीं है। 15 जनवरी को ही उंचगांव निवासी घनश्याम पाण्डेय का 13 साल का भतीजा आयुष घायल हो गया। उसके पैर व चेहरे पर चोट लगी थी। परिजन उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। घनश्याम पाण्डेय ने बताया कि जिला अस्पताल में भतीजे के इलाज के दौरान एक युवक मिला। युवक ने बताया कि आयुष को प्लास्टिक सर्जरी की दरकार है। प्लास्टिक सर्जन कृष्णा अस्पताल में बैठते हैं। वहां से 15 को ही आयुष को कृष्णा अस्पताल में भर्ती किया गया। अस्पताल में डॉक्टरों ने मरीज को आईसीयू में भर्ती कर दिया। कोई ऑपरेशन नहीं किया। बार-बार पूछने पर पास के स्वास्तिक अस्पताल ले जाकर जनरल सर्जन से ऑपरेशन करा दिया। दो दिन में 50 हजार रुपये खर्च करा दिए।
अस्पताल संचालक ने किया संपर्क
तारामंडल स्थित कृष्णा अस्पताल रविवार को चर्चा में आया। अस्पताल में तीन दिन भर्ती रहे 10 साल के मासूम को 39 हजार का बिल थमा दिया। घायल नवनीत के तीमारदार अस्पताल में 19 हजार जमा कर चुके थे। बकाए 20 हजार रुपये के लिए अस्पताल प्रबंधन ने मरीज को बंधक बना लिया। बेतियाहाता के पार्षद विश्वजीत त्रिपाठी के विरोध जताने पर अस्पताल प्रबंधन ने मरीज को छोड़ा। स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल के पंजीकृत होने से इनकार कर दिया। मामला मीडिया में आने के बाद अस्पताल प्रबंधक मैनेज करने में जुट गया है। खबर है रविवार को अस्पताल के संचालक ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी से संपर्क किया। संचालक ने अस्पताल का पंजीकरण होने का दावा किया।
आज होगी अस्पताल की जांच
इस मामले में पार्षद ने शिकायत की है। सोमवार को जांच की जाएगी। पंजीकरण को लेकर संचालक के दावे की तस्दीक की जाएगी। अस्पताल में भर्ती मरीजों से पूछताछ की जाएगी।